मैं जाना चाहता हूँ
उस आदमी के पास
जो पूरी ईमानदारी से जोड़ रहा हो,
बच्चों के टूटे हुए खिलौनों को
या गड़ रहा हो पेन्सिल या कोए किताब
या इजाद कर रहा हो कोए नया खिलौना
जो बच्चों के लिए एक सबक बन सके
या तराश रहा हो कोई ऐसी पाठशाला
जहाँ कोए जाति का रंग न हो,
मैं जाना चाहता हूँ
उस आदमी के पास
जो बनता हैं लोगो की टूटी हुई चप्पलें
मैं जाना चाहता हूँ उस मजदुर के पास
जो अपने सर पर आसमान लिए
पुरे शहर में घुमाता रहता हैं
मैं जाना चाहता हूँ उस आदमी के पास
जो बनता हैं लोगो के लिए आईने
ताकि लोग अपना चेहरा देखकर
कम से कम औरों को भी तो एक
आदमी माने ......|
उस आदमी के पास
जो पूरी ईमानदारी से जोड़ रहा हो,
बच्चों के टूटे हुए खिलौनों को
या गड़ रहा हो पेन्सिल या कोए किताब
या इजाद कर रहा हो कोए नया खिलौना
जो बच्चों के लिए एक सबक बन सके
या तराश रहा हो कोई ऐसी पाठशाला
जहाँ कोए जाति का रंग न हो,
मैं जाना चाहता हूँ
उस आदमी के पास
जो बनता हैं लोगो की टूटी हुई चप्पलें
मैं जाना चाहता हूँ उस मजदुर के पास
जो अपने सर पर आसमान लिए
पुरे शहर में घुमाता रहता हैं
मैं जाना चाहता हूँ उस आदमी के पास
जो बनता हैं लोगो के लिए आईने
ताकि लोग अपना चेहरा देखकर
कम से कम औरों को भी तो एक
आदमी माने ......|
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