कब्रिस्तान में
एक लड़की के लिए
इतना आसान नहीं हैं
प्यार करना ।
वहाँ भी
हिंदू /मुसलमान की
गन्दी बू फैली हुई हैं
वहाँ भी मंदिर /मस्जिद कि
मंडियां सजी हुई हैं
वहाँ भी
सुबह --शाम दंगा होने का
आसार बना रहता हैं।
वहाँ भी
माँ, अपने बच्चों को
अपने वश में करने के लिए
दंगों की कहानियाँ
सुनाती हैं
वहाँ भी बच्चे बटे हुए हैं
जातियों के खतरनाक समूह में
वहाँ भी युवाओं को
धर्म के नाम पर
गुमराह किया जाता हैं
ऐसे में
कब्रिस्तान में
जवान लड़कियां
प्यार को
एक बीमारी समझती हैं
और अपने तन से
आती हुई
खुशबू से बेहोश होकर
मछलियों की तरह
आँगन में
वर्षों से तड़प रही हैं।
लेकिन लड़को को छूट हैं
प्यार करने के लिए
और कभी --कभी
बलात्कार करने के लिए
कब्रिस्तान में
एक लड़की के लिए
इतना आसान नहीं होता हैं प्यार करना । ।
नीतीश मिश्र
एक लड़की के लिए
इतना आसान नहीं हैं
प्यार करना ।
वहाँ भी
हिंदू /मुसलमान की
गन्दी बू फैली हुई हैं
वहाँ भी मंदिर /मस्जिद कि
मंडियां सजी हुई हैं
वहाँ भी
सुबह --शाम दंगा होने का
आसार बना रहता हैं।
वहाँ भी
माँ, अपने बच्चों को
अपने वश में करने के लिए
दंगों की कहानियाँ
सुनाती हैं
वहाँ भी बच्चे बटे हुए हैं
जातियों के खतरनाक समूह में
वहाँ भी युवाओं को
धर्म के नाम पर
गुमराह किया जाता हैं
ऐसे में
कब्रिस्तान में
जवान लड़कियां
प्यार को
एक बीमारी समझती हैं
और अपने तन से
आती हुई
खुशबू से बेहोश होकर
मछलियों की तरह
आँगन में
वर्षों से तड़प रही हैं।
लेकिन लड़को को छूट हैं
प्यार करने के लिए
और कभी --कभी
बलात्कार करने के लिए
कब्रिस्तान में
एक लड़की के लिए
इतना आसान नहीं होता हैं प्यार करना । ।
नीतीश मिश्र
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