कब्रिस्तान में
सभी आत्माएं
धरती से
अपने साथ
कुछ न कुछ
सामान लेकर जरूर गयी थी।
कोई हीरा लेकर गया था
कोई सोना --चाँदी
और कोई रूपया
लेकर गया था ...
कब्रिस्तान में एक ऐसी आत्मा थी
जो धरती से
अपने साथ
अपना प्रेम -पत्र लेकर गयी थी
सोना चाँदी को
यमराज ने छीन लिया
यमराज ने जब पत्र को देखा तो
उसे शक हुआ
हो न हो
यह किसी न किसी खजाने का नक्शा हो
यमराज ने पत्र को
कुछ दिन अपने पास ही रखा
जब उसे प्रेम --पत्र का राज नहीं समझ में आया
तब उसने पत्र को
वहीँ कब्रिस्तान में छोड़ दिया
आज सभी आत्माएं प्रेम -पत्र को पढ़कर
कुछ देर के लिए खुद को मुक्तं समझती हैं
सभ्यता के अंतिम छोर पर
बचा रहेगा सिर्फ प्रेम -पत्र । ।
नीतीश मिश्र
सभी आत्माएं
धरती से
अपने साथ
कुछ न कुछ
सामान लेकर जरूर गयी थी।
कोई हीरा लेकर गया था
कोई सोना --चाँदी
और कोई रूपया
लेकर गया था ...
कब्रिस्तान में एक ऐसी आत्मा थी
जो धरती से
अपने साथ
अपना प्रेम -पत्र लेकर गयी थी
सोना चाँदी को
यमराज ने छीन लिया
यमराज ने जब पत्र को देखा तो
उसे शक हुआ
हो न हो
यह किसी न किसी खजाने का नक्शा हो
यमराज ने पत्र को
कुछ दिन अपने पास ही रखा
जब उसे प्रेम --पत्र का राज नहीं समझ में आया
तब उसने पत्र को
वहीँ कब्रिस्तान में छोड़ दिया
आज सभी आत्माएं प्रेम -पत्र को पढ़कर
कुछ देर के लिए खुद को मुक्तं समझती हैं
सभ्यता के अंतिम छोर पर
बचा रहेगा सिर्फ प्रेम -पत्र । ।
नीतीश मिश्र
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