औरत उब चुकी हैं
पुरुष के भूगोल से
एक दिन विस्फोट होगा
उसके सीने से .......
क्योकि धरती के सारे सच को
और सारे दुःख को
अपने अन्दर समेट कर
इतिहास को बचायी हुई हैं .........
नीतीश मिश्र
पुरुष के भूगोल से
एक दिन विस्फोट होगा
उसके सीने से .......
क्योकि धरती के सारे सच को
और सारे दुःख को
अपने अन्दर समेट कर
इतिहास को बचायी हुई हैं .........
नीतीश मिश्र
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