Monday 8 April 2013

एक लड़की के लिए प्रेमपत्र

एक लड़की के लिए प्रेमपत्र 
धरती के टुकड़े के बराबर होता हैं 
और लड़की प्रेमपत्र की आँच में 
बनाने लगती हैं एक ऐसी दुनिया 
जो यथार्थ से भी खुबसूरत होती हैं 
जब लड़की प्रेमपत्र पढ़ती हैं 
तभी वह लिखने लगती हैं 
अपनी मुक्ति की गीत 

एक लड़की के लिए प्रेमपत्र 
उसके समय का सबसे बड़ा सच होता हैं 
प्रेमपत्र की आवाज से 
लड़की इतिहास को भूलती हुई 
वर्तमान को अपनी हँसी से पकड़ी रहती हैं 
और एक समय के बाद प्रेमपत्र 
हथियार बन जाता हैं 
और लड़की गढ़ लेती हैं 
अपने लिए एक भाषा 
जिससे अपनी मुक्ति की कहानी लिख सके 

एक लड़की के लिए प्रेमपत्र 
किसी देवता से कम नहीं होता हैं 
वह प्रेमपत्र को बचा कर रखती हैं 
इस उम्मीद से की 
मौत के वक्त भी यह प्रेमपत्र उसके 
साथ ही जायेगा .............


नीतीश मिश्र 

Wednesday 3 April 2013

लड़कियां लिख रही हैं प्रेमपत्र।

अब कल से गुलर में भी
फूल दिखाई देगा
आकाश का रंग और
नीला हो जायेगा,
और नदियाँ फिरसे
लिखेंगी सभ्यता की कहानी
क्योकि धरती की सारी
लड़कियां लिख रही हैं प्रेमपत्र।

पहली बार अपनी मुक्ति का सफ़र
अपने प्यार के साथ ही शुरू होता हैं
जबसे लड़कियों को पता चला हैं कि
चाँद का मुंह टेढ़ा होता हैं
तबसे वे शर्माना छोड़ चुकी हैं

लड़कियां अब धूप की तरह आजाद होकर
लिख रही हैं धरती पर प्रेमपत्र
एक लड़की मेरे लिए
गंगा के किनारे पर खड़ी होकर
अपने प्रेमपत्र में लिख रही हैं
अपनी हंसी ..............


नीतीश मिश्र 

Tuesday 2 April 2013

प्रेमपत्र की आवाज

आओं चले 
और बनाए 
प्रेमपत्र की 
कुछ रंग बिरंगी 
पतंगे 
और उड़ा दे आकाश में 
ताकि सब पढ़ सके .......

या प्रेमपत्र में लिखे हुए शब्द को 
भर दे किसी बांसुरी में 
जिससे प्रेमपत्र की आवाज सब सुन सके 

या प्रेमपत्र को बना सके एक दीया 
जिससे सब अंधेरें में पा सकें अपना प्रेम 

या अपने प्रेमपत्र को बना दे एक आईना 
जहाँ सभी अपने चेहरे पर लिखे हुए 
शब्द को पढ़ सके .........
या प्रेमपत्र को कपास के साथ धुन कर 
बना सके कोई कपड़ा ......
जिसे पहन कर आदमी कम से कम एक बार प्यार कर सके 
या प्रेमपत्र को बना दे कोई मंत्र 
जिसे पढ़कर लोग मुक्त हो सके ...........

नीतीश मिश्र ..........
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एक किसान मरता नहीं हैं

   जो अपनी मौत नहीं मरते
वो भूत बनते हैं या बैताल
तब क्या मान लिया जाये ?
हमारे सारे किसान आत्महत्या के बाद
भूत बन गए होंगें

और एक ऐसा भूत जो
धरती के बाहर भी चैन से
जी नहीं पाता हैं
और धरती के सबसे बेकार जगह ही
अपने अस्तित्व के साथ रहता हैं

धरती पर जब भी जनगणना होती हैं
किसानों की संख्या ही अधिक होती हैं

और धरती के बाहर जब जनगणना होती हैं
तब मरने वाले की संख्या भी किसानों की ही
ज्यादा होती हैं ...........

एक किसान मरता नहीं हैं
बल्कि मार दिया जाता हैं
और वह कभी अकेला नहीं मरता
बल्कि उसके साथ मर जाती हैं हमारी सभ्यता भी .........


नीतीश मिश्र

Monday 1 April 2013

एक सबसे अच्छा काम किया

एक पागल जब भी
अपने प्यार के बारे में
बात करता हैं
सागर की तरह खुश होकर
सब कुछ खोलकर रख देता हैं

अपने प्यार को याद करते हुए
वह सूरज से भी सुन्दर दिखने लगता हैं
जबकि उसके पास नहीं हैं कोई प्रेमपत्र
यदि कुछ हैं उसके पास
जो भरोसे के लायक हैं तो
....उसकी प्रेमिका का नाम
जो अभी भी
उसके ओंठों पर अंकित हैं
अगर वह नहीं भी बताये तो
भी उसके ओंठों को पढ़कर
जाना जा सकता हैं कि
क्या रहा होगा उसकी प्रेमिका का नाम ?


उसे ख़ुशी हैं की
वह नहीं बना सका
प्यार के छोटे ---छोटे ताजमहल

वह अपने प्यार में
अगर कुछ बना सका तो
थोड़ी बहुत कविता
और कुछ गीत
और कुछ हद्द तक अपने
चेहरे पर न मिटने वाली एक हंसी

आज पागल को यह भी नहीं याद हैं कि
वह कहाँ रहती थी
और कहाँ अंत में चली गयी
ऐसे प्रश्नों का उत्तर नहीं हैं उसके पास

बस अगर कुछ हैं उसके पास तो
सिर्फ कुछ शब्द हैं
जिसका आसरा लेकर कहता हैं कि
वह बारिश से भी खुबसूरत थी
और भूख से भी ज्यादा मुलायम थी

एक पागल आज खुश हैं
क्योकि वह अपनी जिंदगी में
सबसे सही काम किया हैं
किसी से प्यार करके

पागल कहता हैं
क्या हुआ मैंने नहीं बनाया अपने लिए कोई घर
या नहीं देख पाया प्यार के अलावा कोई दूसरा सपना

नहीं गया तीर्थ करने

लेकिन प्यार करने के लिए जरूर
कई बार धरती के चक्कर लगाया ।


एक पागल आज खुश हैं
यह सोचकर की
धरती पर आकर उसने
एक सबसे अच्छा काम किया
किसी से प्यार कर के



नीतीश मिश्र