Tuesday 2 April 2013

प्रेमपत्र की आवाज

आओं चले 
और बनाए 
प्रेमपत्र की 
कुछ रंग बिरंगी 
पतंगे 
और उड़ा दे आकाश में 
ताकि सब पढ़ सके .......

या प्रेमपत्र में लिखे हुए शब्द को 
भर दे किसी बांसुरी में 
जिससे प्रेमपत्र की आवाज सब सुन सके 

या प्रेमपत्र को बना सके एक दीया 
जिससे सब अंधेरें में पा सकें अपना प्रेम 

या अपने प्रेमपत्र को बना दे एक आईना 
जहाँ सभी अपने चेहरे पर लिखे हुए 
शब्द को पढ़ सके .........
या प्रेमपत्र को कपास के साथ धुन कर 
बना सके कोई कपड़ा ......
जिसे पहन कर आदमी कम से कम एक बार प्यार कर सके 
या प्रेमपत्र को बना दे कोई मंत्र 
जिसे पढ़कर लोग मुक्त हो सके ...........

नीतीश मिश्र ..........
.

No comments:

Post a Comment