Tuesday 12 March 2013

सभ्यता

हम लोगों से कहीं समझदार
कुत्तों का समूह होता हैं
जहाँ एक कुतिया
अपने जीवन को
ख़ुशी --ख़ुशी जी लेती हैं
और बिना किसी दंश के
लिखती हैं अपने जीवन के हर रंग को ।
और अपने बच्चों को सीखा देती हैं
नैतिकता का व्याकरण
और एक हम हैं
जहाँ एक औरत
अपनी आयु को कभी जी नहीं पाती
आज कुत्ते भी
सभ्यता के मामले में
हमसे ज्यादा कहीं आगे निकल गए हैं
अब हमें सीखना होगा कुत्तों से
कि कैसे लम्बे समय तक
सभ्यता के साथ रहा जा सके । ।

नीतीश मिश्र 

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