Tuesday 29 April 2014

चिड़िया चली गई पत्थरों की दूनियाँ से

पत्थर की बनती दुनियां को देखकर
चिड़ियाँ बेजुबान हो गई ..........
सहम गई ..........
और स्वीकार कर ली
अब पत्थरों की दुनियां मे रहकर
नहीं देखा जा सकता हैं
कोई सपना !
पत्थर बनाने वाले दिमाग को
गलियां देती हुई
यहाँ से चली गई
पत्थरों की दुनियां मे नहीं जगह बना पा रहे हैं प्रेमी -प्रेमिका !
पत्थर नहीं समझते
नहीं देख पाते हैं
किसी की छोटी - मोटी खुशियां
पत्थरों ने इस दुनियां में आने से पहले ही कह दिया था कि
हमारी दुनियां मे सपना देखना सबसे बड़ा गुनाह हैं ।
पत्थरों ने कह दिया था भूख से मर जाना
पर सपना देखने की इच्छा कभी जाहिर मत करना । ।

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