Sunday 6 April 2014

सबसे खूबसूरत लड़की कहीं खो गई है

मेरे गांव की सबसे खूबसूरत लड़की
जो एक पक्के घर में जवान हो रही थी
उसने अपने लिए अपने पक्के घर की तरह
कई पक्के सपने बुन रही थी
खूबसूरत लड़की
अपनी हर अभिव्यक्ति
कभी अपने सपने तो कभी अपनी हँसी में छुपाकर
अभी -अभी जीना सीख  रही थी
वह भी ऐसे समय में.. .
जब देश में संविधान संशोधन के सारे काम बंद हो गए थे
लड़की के बदन से महकते हुए सपने
से पूरा गाँव पागल होने की राह पर निकल पड़ा था
गाँव वाले अपनी अभिव्यक्ति की चमक कुछ तेज करने के लिए खूबसूरत लड़की का नाम ;आवारा ' रख दिया
गाँव के ही कुछ और सभ्य लोग लड़की को माल कहना शुरू कर दिया
जितने मुंह लड़की के उतने नाम
कहते हैं आज भी लोग उससे ज्यादा नाम आज तक किसी को नहीं मिला हैं ।

लड़की को नहीं मालूम था
उसकी उपस्थिति सिर्फ उसके घर तक ही नहीं रह गई थी
बल्कि लड़की अक्सर पायी जाती  सभी के सपनो में
लड़की की याद में कई लोग गीत गाना सीख चुके थे
कई लोग सीगरेट पीना शुरू कर दिए
कई लोगों को रात में भी देखना शुरू कर दिए
कई लोग तो चोर तक बन गए
और चुराने लगे लड़की के एक -एक कपडे
कई लोग सभ्यता की मूर्ति ओढ़कर जवानी बचाने का अनोखा नुस्खा खोजने में लग गए
मसलन खूबसूरत लड़की जैसे - जैसे जवान हो रही थी
वैसे -वैसे लोग अपना कारोबार भी बढ़ाने में लगे हुए थे ।
कभी - कभी यह चर्चा जब लड़की के कानो तक पहुंचती तो वह बहुत खुश होती
और आकाश से कहती मेरे ही बहाने
कम से कम गाँव वाले खुश तो रहते हैं ।
खूबसूरत लड़की को पाने के लिए
पंडितो ने अपनी पंडिताई छोड़ दी
मुल्लाओं ने मुल्लाई  तक छोड़ दी
पंडित / मुल्ला / बुजुर्ग / बच्चे देर रात तक अपने बिस्तर पर जागने लगे
और सभी यही दावा करते की
वह लड़की के सबसे ज्यादा करीब आ चुके हैं

खूबसूरत लड़की के बदन की गंध शराब की तरह महकने लगी
तब लोगों की दिलचस्पी पत्नियों में कम होने लगी
औरते खूबसूरत लड़की को डायन कहना शुरू कर दी
गाँव के सारे बुजुर्ग इस बात से सबसे अधिक खुश थे
खूबसूरत लड़की कहीं और की नहीं बल्कि उन्हीं के गांव की हैं
गांव की अन्य लड़कियां खुश थी
क्योकि अब वो डरना छोड़ दी थी
क्योकि अब उनकी और कोई नहीं देखता था
एक दिन वह भी आया जब
खूबसूरत लड़की एक वोट बन गई
ऐसे में लड़की का कोई काम नहीं रुकता था
ऐसे में लड़की को लगता था की दुनियां बहुत सभ्य हैं
लड़की को नहीं खड़ा होना पड़ता था
बस में या ट्रेन में
उसे सभी स्कूल में दाखिला मिल जाता था
जहाँ पढ़ने के लिए लोग सपना देखते थे
शहर हो या गांव सभी जगह उसे कम दाम में अच्छा सामान मिल जाता था
ऐसे में खूबसूरत लड़की को अपराधबोध नहीं होता था लड़की होने पर
खूबसूरत लड़की जब बीमार होती
शहर का सबसे अच्छा डॉक्टर अपनी सबसे अच्छी दवाई देकर चला जाता था
लड़की स्कूल नहीं भी आती थी
उसके बावजूद भी हाजिरी लगी रहती थी
जैसे ही देश में चुनाव आया
और जो अपना उम्मीदवार था वह अपनी पार्टी का प्रधानमंत्री का दावेदार था
यह अलग बात थी कि वह इस क्षेत्र का निवासी नहीं था
लेकिन यहाँ के लोग उसे अवतारी पुरुष बताते थे
और लोग कहते थे जैसे राम ने अयोध्या में अवतार लिए
ठीक उसी तरह उनका उम्मीदवार भी अवतार लेकर यहाँ आया हुआ हैं
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार से लड़की
मन्त्र सुनकर राजनीति में थोड़ी बहुत दिलचस्पी लेने लगी
कुछ दिन बाद एक खबर आई कि
लड़की ने जिस प्रत्याशी को अपना वोट दिया हैं
वह देश का प्रधानमंत्री बनने जा रहा हैं ।
प्रधानमन्त्री को भी ख़ुशी हुई
यह जानकर की खूबसूरत लड़की ने उन्हें वोट किया हैं
ऐसे में वे फरमान जारी किये
कि खूबसूरत लड़की को दिल्ली बुलाया जाये
प्रधानमंत्री जैसे ही दिल्ली में लड़की से मिले
उन्होंने लड़की के सामने कई प्रस्ताव रखे
वह चाहे तो पार्टी में आ जाये
उसके लिए वह सब कुछ करने को तैयार हैं
जिससे लड़की का नाम अमर हो जाये ।
लेकिन ! लड़की सारे प्रस्ताव को दिल्ली में छोड़कर गाँव चली आई
और अपने डायरी में एक जगह लिखी
यह दुनियां भेड़ियों से भी ज्यादा गंदी हैं
और इस देश के प्रधानमंत्री का दिमाग टमाटर से भी ज्यादा लाल हैं
और ऐसे में इस देश में रहना कायरता हैं ।
उसके बाद खूबसूरत लड़की कहाँ गई
किसी को भी नहीं पता चल पाया
कोई यह भी नहीं कहता कि वह मर गई ।
लेकिन गाँव वाले आज भी दबी जुबान में कहते हैं
खूबसूरत लड़की कहीं नहीं गायब हुई
बल्कि प्रधानमंत्री ने उसका अपरहण करवा कर अपने साथ रखता हैं
इसीलिए हमारे देश का प्रधानमंत्री कभी बुढ्ढा नहीं हुआ
और हर बार प्रधानमंत्री बंनने का दावा करता हैं ।

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