जब भी शहर में
कोई मस्जिद या मंदिर बनता हैं
मुझे लगता हैं
दुनिया ने
एक नए हथियार का अविष्कार कर लिया हैं
जब भी शहर में
कोई नया पंडित
या नया मुल्ला तैयार होता हैं
लगता हैं
मेरे ही आँगन में एक नई विभाजन रेखा खींच दी गई हैं।।
कोई मस्जिद या मंदिर बनता हैं
मुझे लगता हैं
दुनिया ने
एक नए हथियार का अविष्कार कर लिया हैं
जब भी शहर में
कोई नया पंडित
या नया मुल्ला तैयार होता हैं
लगता हैं
मेरे ही आँगन में एक नई विभाजन रेखा खींच दी गई हैं।।
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