बनारस की औरते
अब नहीं रोती हैं
पति रात को घर चाहे कितनी ही देर से क्यों न आये
या खाली हाथ शाम को आये
बनारस की औरते अब खुश नहीं रहती हैं
भाई को नौकरी मिल जाने पर
पिता को बीमारी से मुक्त हो जाने पर
छोटी बहन की शादी तय हो जाने पर
बच्चों के फर्स्ट डिवीजन पास हो जाने पर ।
बनारस की औरतों को अब दुःख भी नहीं होता
यह जानते हुए की
पति किसी और से रोमांस करता हैं
बनारस की औरते अब नहीं जाती हैं मंदिर में
न ही मज़ार पर
न ही दुकान में
औरते अब नहीं झगड़ती
माकन मालिक से
सब्जी वालों से ,
बनारस की औरते अब नहीं देखती टीवी पर कोई भी धारावाहिक
अब नहीं बैठती आईने के पास देर तक
अब नहीं इच्छा रखती नए कपड़ों की
अब औरतों को नहीं मालूम रहता हैं
पड़ोसी के घर खाने में क्या बना हैं ?
बनारस की औरतो को पता चल गया हैं
आँखों के सामने की दुनियां
कल इतिहास में बदल जाएगी
औरते पहचान लेती हैं
सृष्टा के काल चक्र को
बनारस की औरते अब नहीं जनना चाहती
दूसरा बच्चा !
बनारस डूबने वाला हैं
औरतों ने घोषित कर दिया हैं । ।
अब नहीं रोती हैं
पति रात को घर चाहे कितनी ही देर से क्यों न आये
या खाली हाथ शाम को आये
बनारस की औरते अब खुश नहीं रहती हैं
भाई को नौकरी मिल जाने पर
पिता को बीमारी से मुक्त हो जाने पर
छोटी बहन की शादी तय हो जाने पर
बच्चों के फर्स्ट डिवीजन पास हो जाने पर ।
बनारस की औरतों को अब दुःख भी नहीं होता
यह जानते हुए की
पति किसी और से रोमांस करता हैं
बनारस की औरते अब नहीं जाती हैं मंदिर में
न ही मज़ार पर
न ही दुकान में
औरते अब नहीं झगड़ती
माकन मालिक से
सब्जी वालों से ,
बनारस की औरते अब नहीं देखती टीवी पर कोई भी धारावाहिक
अब नहीं बैठती आईने के पास देर तक
अब नहीं इच्छा रखती नए कपड़ों की
अब औरतों को नहीं मालूम रहता हैं
पड़ोसी के घर खाने में क्या बना हैं ?
बनारस की औरतो को पता चल गया हैं
आँखों के सामने की दुनियां
कल इतिहास में बदल जाएगी
औरते पहचान लेती हैं
सृष्टा के काल चक्र को
बनारस की औरते अब नहीं जनना चाहती
दूसरा बच्चा !
बनारस डूबने वाला हैं
औरतों ने घोषित कर दिया हैं । ।
No comments:
Post a Comment