Sunday 11 May 2014

लड़की मेरी स्मृतियों से सपनो तक लगातार रो रही है

आज मेरे कानों में
लड़कियों के रोने की आवाज आई
जंगलों के रोने की आवाज
पहाड़ों के रोने की आवाज
और सागर के रोने की आवाज कानों में गूंजती रही ।
लड़की मेरी स्मृतियों से सपनो तक
लगातार रो रही थी
और बीच - बीच में कह रही थी
मैं पैदा होते ही रोई और मरने से पहले भी हजारों बार रोई
जब रामराज्य था
तब भी मैं कांपती थी
और जो नया रामराज्य आने वाला है
वहां पैदा होते ही मार दिया जाता हैं
और यदि किसी वजह से बच गई
तो दक्षिण टोला का अप्सरा घोषित कर दिया जाता हैं
और रामराज्य के ईमानदार सैनिक बन जाते हैं गिद्ध । ।

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