पेड़ प्रेमिका की प्रतिक्षा में खड़ा है
पत्तियो के आसरे सदियों से लिख रहा है
प्रेमपत्र
एक दिन जब पेड़ गिर जाएगा
तब तुम्हें पता चलेगा
की एक पेड़ धरती के अंदर भी ताजमहल बनाता था।।
नीतीश मिश्र
पत्तियो के आसरे सदियों से लिख रहा है
प्रेमपत्र
एक दिन जब पेड़ गिर जाएगा
तब तुम्हें पता चलेगा
की एक पेड़ धरती के अंदर भी ताजमहल बनाता था।।
नीतीश मिश्र
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