Monday 11 May 2015

पतंग के पास एक कहानी है

जब भी किसी पंतग को हवा से लड़ते हुए देखता हूं
मुझे लगता है
अभी जमाने में लड़ाई जारी है
भले से इंसान हाथ पर हाथ रख कर बैठ गया हो
लेकिन पंतग अभी भी लड़ रही है
बिजली के तारों से तो कभी लोगों की निगाहों से
पंतग ने
सबसे बड़ा सफर तय किया है
लेकिन  क्या किसी को इस बारे में कु छ मालूम है
कि झूलती हुई पंतग के पास भी एक
कहानी है।
बिजली के तारों में जो पंतग उलझी है
वह आसमान की और धरती की सबसे खूबसूरत पंतग है
क्योंकि इस पंतग  में
अभी तक सुरक्षित है
जमाने की सबसे मुलायम एक प्रेम कहानी
पंतग और उसमें लिपटी प्रेम कहानी
एक साथ हवा के खिलाफ और आसमान के खिलाफ
आवाज उठाती है।
जबकि इस कहानी के सूत्रधार जमाने में नहीं है
लेकिन उनकी प्रेम कहानी जमाने से बाते कर रही है।
जब पूरी दुनिया इतिहास के खाते में
अपना नाम दर्ज कराने के लिए मशगूल थी
उस वक्त केशवनगर गली का एक लड़का
रेहानपुरी मोहल्ले की लड़की इतिहास को छोड़कर
अपने समय का एक और अपने देह राग के इतिहास की खातिर
तोड़ रहे थे परंपराए
और लिख रहे थे हवा में अपनी प्रेम कहानी
उस दौरान पंतग इस कहानी को एक रंग दे रही थी।
जब इतिहास को वे लिए दिए अपने रंग से
और जमाना एक बार फिर देखना चाह रहा था कि धरती पर अभी कहां दाग रह गया है जो साफ नहीं हुआ है
तभी किसी ने बताया कि जमाने के इतिहास पर एक नया दाग लगने वाला है
उसी के बाद इतिहास को रंगने वालों ने
मार दिया केशवनगर को रेहानपुरी मोहल्लें को
उसी दिन से पंतग जमाने के खिलाफ जिंदगी लड़ रही है।
जब भी इस पंतग को हवा के खिलाफ लड़ते हुए देखता हूं
मुझे यह दुनिया की सबसे बेहतर कृति दिखाई देती है।

नीतीश मिश्र

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