एकांत के रंग से
अपने वृत्त का
एकांतर आकाश रंगता हूँ
और खोजता हूँ
धरती पर सोये हुए रंगो को
क्योंकि मैं रंगो का सेतु बनाना चाहता हूँ।।
नीतीश मिश्र
अपने वृत्त का
एकांतर आकाश रंगता हूँ
और खोजता हूँ
धरती पर सोये हुए रंगो को
क्योंकि मैं रंगो का सेतु बनाना चाहता हूँ।।
नीतीश मिश्र
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