धरती के पास खून नहीं नमक हैं
इसलिए कभी वह तुमसे
सौतेला व्यवहार नहीं करती
धरती के पास अपना कोई सपना नहीं हैं
इसलिए वह अपनी हत्या का तुमसे बदला नहीं लेती ||
धरती के पास आँख हैं
इसलिए अभी तक तुम बचे हुए हो||
नीतीश मिश्र
इसलिए कभी वह तुमसे
सौतेला व्यवहार नहीं करती
धरती के पास अपना कोई सपना नहीं हैं
इसलिए वह अपनी हत्या का तुमसे बदला नहीं लेती ||
धरती के पास आँख हैं
इसलिए अभी तक तुम बचे हुए हो||
नीतीश मिश्र
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