एक माँ बहुत खूबसूरत इसलिए होती हैं
वह अपने मरने पर
अपनेक्योंकि बच्चों के आसूंओ को लेकर
अपने साथ लेकर चली जाती हैं।
एक माँ अपने सुर को
बच्चों की आत्मा की बांसुरी में भरकर
अपने होने का सदैव प्रमाण देती रहती हैं
लेकिन ! जिंदगी के बज्म से माँ का उठना
यही अहसास कराता हैं
आसमान से किसी ने सरेआम चाँद को चुरा लिया हैं
और बच्चे अपने नंगे चेहरे पर
अँधेरे को पहनकर
छेड़ दिए हैं एक जेहाद अँधेरे के
लेकिन ! यह जेहाद
इतिहास के फैसलो में कहीं भी दर्ज नहीं होने वाला हैं
क्योकि हमारा इतिहास
राजाओं के हरम से आगे की बात नहीं करना चाहता हैं । ।
नीतीश मिश्र
वह अपने मरने पर
अपनेक्योंकि बच्चों के आसूंओ को लेकर
अपने साथ लेकर चली जाती हैं।
एक माँ अपने सुर को
बच्चों की आत्मा की बांसुरी में भरकर
अपने होने का सदैव प्रमाण देती रहती हैं
लेकिन ! जिंदगी के बज्म से माँ का उठना
यही अहसास कराता हैं
आसमान से किसी ने सरेआम चाँद को चुरा लिया हैं
और बच्चे अपने नंगे चेहरे पर
अँधेरे को पहनकर
छेड़ दिए हैं एक जेहाद अँधेरे के
लेकिन ! यह जेहाद
इतिहास के फैसलो में कहीं भी दर्ज नहीं होने वाला हैं
क्योकि हमारा इतिहास
राजाओं के हरम से आगे की बात नहीं करना चाहता हैं । ।
नीतीश मिश्र
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